मीडिया मुग़ल

बीजेपी की लिस्ट से मुख्तार अब्बास नकवी ‘गायब’

Politics

नई दिल्ली: तो क्या जल्द ही नरेंद्र मोदी कैबिनेट में फेरबदल होगा? ऐसा इसलिए कि क्योंकि राज्यसभा चुनावों में बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को टिकट नहीं दिया है वहीं, जेडीयू ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी का पत्ता काट दिया है। अगर ये दोनों मंत्री राज्यसभा नहीं जा पाते हैं तो इन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा। ऐसे में केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव तय होगा। बीजेपी ने कुल 18 राज्यसभा कैंडिडेट्स के नाम घोषित कर दिए हैं। वहीं आरसीपी को बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से अनबन की सजा मिली है।

नकवी को झारखंड ने नहीं मिला टिकट
बीजेपी के मुखर नेताओं में से एक नकवी इस वक्त झारखंड ने राज्यसभा के सांसद थे। लेकिन बीजेपी ने झारखंड से इस बार आदित्य साहू को उम्मीदवार बना दिया है। नकवी का झारखंड से पत्ता कटने के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। राज्यसभा में पार्टी के उपनेता नकवी को राज्यसभा टिकट नहीं मिलने को एक सरप्राइज के तौर पर देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, अभी कुछ और उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी है ऐसे में हो सकता है कि किसी दूसरे राज्य से उन्हें मौका मिल सकता है।

वेटिंग लिस्ट में नकवी?

बीजेपी ने अभी 18 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। माना जा रहा है कि अगली लिस्ट में अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री नकवी को किसी राज्य से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर कयास लगाए जा रहे हैं कि नकवी को संगठन में भेजा सकता है। विपक्षी दलों पर बीजेपी की तरफ से जोरदार हमला करने वाले नकवी का राज्यसभा उम्मीदवारों में नाम नहीं होना सियासी पंडितों को भी चौंका रहा है।

आरसीपी के साथ हो गया खेला, अब जाएगी कु्र्सी!

उधर, बीजेपी के सहयोगी जेडीयू ने भी अपने वरिष्ठ नेता आरसीपी के साथ खेला कर दिया है। पार्टी ने आरसीपी की जगह झारखंड के पार्टी नेता खीरू महतो को टिकट दे दिया है। मौजूदा स्थिति में अब आरसीपी की कुर्सी तभी बच सकती है जब बीजेपी उनको राज्यसभा का टिकट दे दे। लेकिन इस बात की संभावना बेहद कम है क्योंकि वह बिहार में जेडीयू नेता नीतीश कुमार को नाराज नहीं करना चाहेगी। तो माना जा रहा है कि अब आरसीपी की केंद्रीय मंत्री की कुर्सी बस कुछ दिन के लिए ही बची है। एक वक्त में नीतीश कुमार के बेहद खास माने जाने वाले आरसीपी की पार्टी में तूती बोला करती थी। वह लंबे समय तक पार्टी के चीफ भी थे। लेकिन हालिया दिनों में उनके नीतीश कुमार से रिश्ते उतने मधुर नहीं रह गए थे। जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना भी पड़ा है।

प्रकाश जावड़ेकर का पत्ता साफ
उधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे प्रकाश जावड़ेकर और इंडियन काउंसिल ऑफ कल्चरल रिलेशन्स के हेड विनय सहस्रबुद्धे को महाराष्ट्र से बीजेपी ने पत्ता काट दिया है। गौरतलब है कि मोदी मंत्रिमंडल के पिछले विस्तार से जावड़ेकर को मंत्री पद से भी हटा दिया गया था।(साभार एन बी टी)

Related posts

इन सात जातियों के भरोसे पूर्वांचल को साधेगी बीजेपी

sayyed ameen

सोहेल बने NSUI के प्रदेश सचिव

सवर्ण आरक्षण: पासवान बोले- नहीं दी जा सकती सुप्रीम कोर्ट में चुनौती