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इस IAS की आंखों से झरते आंसू, अफसरों के लिए बड़ी सीख

Bureaucracy

लखीमपुर खीरी: प्रशासनिक अधिकारी संवेदनशील नहीं होते हैं। यह आप हर किसी से कहते सुन सकते हैं। लेकिन, उस बीच से एक अधिकारी निकलता है, जो छवि को तोड़ने की कोशिश करता है। उसे समाज की चिंता होती है। उनके दर्द की चिंता होती है। वह समाज के दर्द के साथ खुद को जोड़ता है। डॉ. रोशन जैकब कहलाती हैं। वे लोगों के दर्द से जुड़ती हैं। उनकी समस्याओं से जब वे जुड़ती हैं तो लोगों का दर्द बंट जाता है। ये जो आप तस्वीर देख रहे हैं ना। इसमें रोशन रोशन जैकब की आंखों से झरते आंसू एक मां के दर्द को बांटते दिखे। मां का दर्द ऐसा कि यह सीनियर आईएएस अधिकारी उनसे नजर मिलाने से कतराती दिखीं। इस मां की कहानी काफी दर्दनाक है। लेकिन, जब उसने नीति निर्धारक को सामने रोते देखा तो चौंकीं। एक अधिकारी की आंखों में आंसू। ऐसा भी होता है क्या? फिर, जब खुद की आंखों पर भरोसा हुआ तो वे आईएएस के दर्द के साथ जुड़ गईं। फिर, उनका भी दर्द कुछ कम हुआ। यह पूरी घटना लखीमपुर खीरी के जिला अस्पताल की है।

लखनऊ मंडल की आयुक्त डॉ. रोशन जैकब लखीमपुर में हुई भीषण सड़क हादसा की सूचना के बाद मौका ए वारदात पर पहुंची। इस घटना में अब तक 10 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। वहीं, 41 लोग घायल हैं। गंभीर रूप से घायलों को केजीएमयू रेफर किया गया है। इस दुर्घटना में 6 लोगों की मौत तो घटनास्थल पर ही हो गई। पीलीभीत- बस्ती रोड पर बस और डीसीएम ट्रक की जोरदार भिड़ंत हुई। इस भीषण दुर्घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया। सीएम योगी ने अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया। मंडलायुक्त रोशन जैकब घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचीं।

अस्पताल पहुंच कर लिया स्थिति जायजा
डीसीएम और बस की भिड़ंत में घायल हुए यात्रियों की स्थिति डॉ. जैकब ने जानकारी ली। इसके बाद वे लखीमपुर जिला अस्पताल पहुंचीं। वहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की स्थिति के बारे में जानकारी ली। घायलों का हालचाल जाना। डॉक्टरों से भी बातचीत की। इस बातचीत के क्रम में मंडलायुक्त ने गंभीर रूप से घायलों के इलाज के लिए तत्काल लखनऊ रेफर किए जाने की बात कही। सरकार के निर्देशों का अनुपालन कराने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती एक मां को रोते हुए देखा। उनके कदम ठिठक गए। डॉक्टरों से उसके बारे में जानकारी ली।

मां के पास पहुंची कमिश्नर
डॉक्टरों ने कमिश्नर को बताया कि बच्चे की स्थिति गंभीर है। दरअसल, प्रदेश में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के दौरान लखीमपुर में भी भारी बारिश हुई थी। इस दौरान घर की दीवार गिरी। इसके नीचे बच्चा दब गया। रीढ़ की हड्‌डी टूट गई। बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मां को सिसकता देख डॉ. रोशन जैकब उनके पास पहुंचीं। बच्चे का हालचाल पूछा तो महिला फफकने लगी। बच्चा दर्द से कराह रहा था। इनका दर्द देख डॉ. रोशन जैकब की आंखों से आंसू बहने लगे। वे भी फफकने लगीं। उन्होंने डॉक्टरों को बच्चे का उचित इलाज कराने का निर्देश दिया। मां को आश्वासन दिया कि बच्चे का बेहतर इलाज होगा।

मंडलायुक्त की आंखों में आंसू देखकर घायल बच्चे की मां भी आश्चर्य में थीं और तमाम डॉक्टर, अधिकारी भी। रोशन जैकब ने डॉक्टरों से पूरी स्थिति पर नजर रखने को कहा। इस दौरान किसी ने मोबाइल में इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया। सोशल मीडिया पर जब वीडियो वायरल होने लगा तो लोगों ने कहा, काश हर अधिकारी रोशन जैकब हों। लोगों के दर्द को बांटे। संवेदनशील रहें तो घटनाओं पर रोक लग जाएगी। योजनाओं को सही प्रकार से लागू किया जा सकेगा।

लखनऊ में जलजमाव के बाद उतरीं थी सड़क पर
डॉ. रोशन जैकब 16 सितंबर को लखनऊ में भारी बारिश के बाद हुए जलजमाव के बाद सड़क पर उतर गई थीं। उन्होंने भोर 3 बजे ही सड़क पर उतर कर स्थिति का जायजा लिया। नगर निगम की ओर से पानी निकालने की स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों को निर्देश जारी किए। उनके सड़क पर उतरने के बाद प्रशासनिक महकमे में भी हड़कंप मचा। तमाम अधिकारी सड़क पर उतरे। पानी निकालने के लिए संप हाउस को फुल स्पीड से एक्टिवेट किया गया। बारिश रुकने के करीब दो से तीन घंटे के भीतर स्थिति पर काबू पाया जाने लगा। उनके प्रयास की जमकर तारीफ हुई थी।(साभार एन बी टी)

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