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सबसे लंबी रेलवे टनल, पहाड़ के 65 मीटर नीचे दौड़ेगी ट्रेन

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इंफाल
मणिपुर के इंफाल के पास रेलवे नॉर्थ-ईस्ट की सबसे लंबी टनल बना रहा है। खास बात यह है कि यह ट्रेन देश की दूसरी सबसे लंबी रेलवे टनल होगी। इस टनल के जरिए नॉर्थ-ईस्ट के राज्य रेल कनेक्टिविटी से जुड़ जाएंगे। टनल के जरिए पहाड़ के 65 मीटर नीचे ट्रेन दो साल में सीटी बजाते हुए दौड़ने लगेगी।

इंफाल और टुपुल को जोड़ेगी टनल
नार्दन फ्रंटियर रेलवे के चीफ इंजीनियर (कंस्ट्रक्शन) संदीप शर्मा के मुताबिक यह टनल जिरीबाम से इंफाल के बीच दिसंबर, 2023 में शुरू होने वाली 111 किलोमीटर लंबे रेल नेटवर्क का हिस्सा है। टनल इंफाल और टुपुल के बीच बनाई जा रही है। टनल 10.3 किलोमीटर लंबी है। जोकि नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में पहली सबसे लंबी टनल होगी। अभी तक देश में सबसे लंबी टनल कश्मीर में पीर पंजाल है जोकि 11.2 किलोमीटर लंबी है। उसके बाद यह देश की दूसरी सबसे लंबी टनल बन रही है।

टनल का निर्माण कार्य 7.3 किलोमीटर तक पूरा हो चुका है। बाकी करीब 3 किलोमीटर का काम अगस्त, 2023 तक पूरा हो जाएगा। इस पूरी रेलवे लाइन पर दिसंबर, 2023 तक ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। टनल के निर्माण पर 1540 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। इसके साथ साथ एक छोटी सेफ्टी टनल भी बनाई जा रही है जिसके निर्माण पर 630 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं।

टनल के अंदर क्या हैं सेफ्टी के इंतजाम?
टनल का निर्माण ऑस्ट्रेलिया की तकनीक पर किया जा रहा है। अगर टनल के अंदर पत्थर हैं तो डायनामाइट के जरिए उसे तोड़ा जा रहा है। मिट्टी वाले एरिया में मशीनों के जरिए टनल के अंदर रास्ता बनाया जा रहा है। टनल में आग लग जाए या फिर कोई इमरजेंसी हो जाए तब यात्रियों को सुरक्षित बचाने के भी इंतजाम किए जाएंगे। टनल के साथ साथ एक सेफ्टी टनल बनाई जा रही है। टनल के अंदर हर 500 मीटर की दूरी पर क्रॉस पैसेज टनल बनाई जा रही है। इनके जरिए यात्रियों को सेफ्टी टनल तक ले जाकर बाहर निकालने के इंतजाम किए जाएंगे। टनल के अंदर लाइंटिंग की व्यवस्था, यात्रियों को सूचना देने के लिए अनाउंसमेंट का इंतजाम, पैसेंजर गाइडेंस सिस्टम और वेंटिलेशन की व्यवस्था भी की जाएगी।(साभार एन बी टी)

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