पूर्व लोकसभा सांसद और मेवाड़ के शाही परिवार के वंशज महाराणा महेंद्र सिंह ने इस बात का खुलासा किया है कि ‘किसी ने’ बड़ी धनराशि के साथ इस साल की शुरुआत में रिलीज हुई विवादास्पद फिल्म ‘पद्मावत’ को लेकर आगे आने के लिए उनसे और उनके बेटे से संपर्क किया था।
‘पद्मावत’ 13वीं सदी के राजपूत शासक रावल रतन सिंह की पत्नी महारानी पद्मावती के जीवन पर बनी एक फिल्म थी, जिसका राजपूत समुदाय के लोगों ने विभिन्न राज्यों में जमकर विरोध किया था। हालांकि कुछ बदलावों के बाद फिल्म को रिलीज करने की इजाजत दे दी गई थी। लेकिन राजस्थान में इसे बैन कर दिया गया था। महेन्द्र सिंह रावल रतन सिंह के सबसे बुजुर्ग जीवित वंशज हैं। पहले मेवाड़ की रॉयल फैमिली ने इस फिल्म का विरोध किया था।
सिंह ने कहा, ‘उस दौरान (विवाद के समय) एक व्यक्ति मेरे पास आया और कहा कि अगर हमने फिल्म का विरोध करना बंद कर दिया तो मुझे बहुत सा पैसा दिया जाएगा।’ हालांकि चित्तौड़गढ़ के पूर्व सांसद महेन्द्र सिंह ने उस व्यक्ति की पहचान का खुलासा नहीं किया।
उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म मेकर्स और सेंसर बोर्ड ने भी उनसे संपर्क किया था।
सिंह ने कहा, ‘फिल्म मेकर्स ने खुद हमसे संपर्क किया था। फिल्म रिलीज होने से पहले सेंसर बोर्ड के कुछ लोग भी मिलने आए। मैंने उनसे कहा कि अब काफी देर हो चुकी है। मैंने उनसे कहा कि अगर फिल्म में परिवर्तन के लिए मैं कुछ सुझाव दूंगा तो क्या आप उसे मानेंगे? इस पर उनका कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।’ सिंह ने कहा कि फिल्म का विरोध सिर्फ राजपूत नहीं कर रहे थे, बल्कि आसपास के क्षेत्रों के अन्य समुदायों के लोग भी इसका विरोध कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘मैंने फिल्म नहीं देखी है, और ना ही मैं इसे देखूंगा लेकिन लोगों का कहना है कि फिल्म में अभी भी ऐसे सीन हैं जो आपत्तिजनक हैं।’