फिल्म ‘2.0’ की मुख्य कहानी यह है कि एक पक्षीविज्ञानी सूइसाइड कर लेता है ताकि वह इंसानों से बदला ले सके क्योंकि मोबाइल फोन के रेडिएशन से पक्षियों को नुकसान पहुंच रहा है। उस पक्षीविज्ञानी और इंसानों के बीच केवल चिट्टी का अपग्रेडेड वर्जन ‘2.0’ है।
कहानी: फिल्म की शुरू होती है तो एक बूढ़ा आदमी मोबाइल फोन टावर से कूद कर जान दे देता है। इसके बाद वसीकरण (रजनीकांत) और उनकी असिस्टेंट नीला (एमी जैक्सन) सामने आते हैं। नीला एक इंसान जैसी दिखने वाली रोबॉट है। तभी सभी लोगों के मोबाइल सबके पास से उड़ने लगते हैं। वसीकरण को इसके बारे में जांच करने के लिए बुलाया जाता है। इसके बाद शहर में मोबाइल फोनों से बनी बड़ी सी चिड़िया आती है और शहर पर हमला करने लगती है। इसके बाद वसीकरण अपने रोबॉट चिट्टी को वापस लाने पर मजबूर हो जाते हैं।
शंकर की मूवीज में इंधिरन के कैरक्टर हों तो क्या होगा? ‘2.0’ में आपको इस बारे में पता चल जाएगा। डायरेक्टर ने इस फिल्म को साइंस-फिक्शन के अलावा थोड़ा सा हॉरर भी बनाया है। साथ ही फिल्म में स्पेशल इफेक्ट्स का काफी इस्तेमाल किया गया है। ‘2.0’ का प्लॉट पहले से जाना पहचाना है। कहानी में कुछ भी ऐसा रहस्य नहीं है जो आपको नहीं पता हो। सभी को इस बात का इंतजार रहता है कि फिल्म का फ्लैशबैक कहानी में शामिल हो क्योंकि पक्षीराजन (अक्षय कुमार) को बूढ़े के रूप में मरते हुए शुरू में ही दिखाया जाता है। फिल्म के फ्लैशबैक की कहानी आपको इमोशनल नहीं करती है। शंकर ने अपनी फिल्मों की तरह ही ‘2.0’ को भव्य बनाया है। इसके विजुअल्स आपको जरूर आकर्षक लगेंगे और महसूस होगा कि आप कोई हॉलिवुड फिल्म देख रहे हैं।
फिल्म में चिट्टी और चिड़िया के बीच की लड़ाई दिलचस्प है लेकिन यह पिछली फिल्म की तरह मजेदार नहीं है क्योंकि इसमें कोई मजाक या चुहलबाजी नहीं दिखाई देती है। फिल्म में ‘रोबोट’ के विलन डॉक्टर भोरा के बेटे धीरेंद्र भोरा (सुधांशु पांडेय) के किरदार को डिवेलप नहीं किया गया है। ऐसा लगता है कि यह फिल्म आने में काफी लेट हो गई है। अक्षय कुमार फिल्म में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराते हैं। फिल्म में पक्षीराज और 2.0 की लड़ाई आपके पैसे वसूल कर देगी। शंकर ने फिल्म में एक और सरप्राइज ‘3.0’ यानी ‘कुट्टी’ के रूप में दिया है जिसका इस फिल्म के फैन्स को इंतजार रहेगा।