छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस की जीत के नायक रहे राज्य में पार्टी के अध्यक्ष भूपेश बघेल नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। इस पूरे मामले से जानकारी रखने वाले एक शख्स ने यह बताया।
छत्तीसगढ़ के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री रविवार को बैठक करके विधायक दल के नेता का चुनाव करेंगे। इसके बाद सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। एक अन्य नेता ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को चुनने की प्रक्रिया मध्य प्रदेश और राजस्थान की प्रक्रिया से लंबी हो गई। यह स्थिति इस वजह से आई है क्योंकि राज्य नेतृत्व में अलग अलग राय है।
नेता ने नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ में पहले तमरध्वज साहू के ऊपर मुख्यमंत्री के नाम को लेकर मुहर लग रही थी लेकिन इसका विरोध भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव ने किया।
उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की बगावत से बचने के लिए पार्टी ने फिर से मैराथन बैठकें की ताकि इस मामले का हल निकाला जा सके। बता दें कि इस बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और पीएल पूनिया भी मौजूद थे। पूनिया ने बताया कि नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक रविवार दोपहर को होगी और इसके बाद नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा।
सभी दावेदारों के साथ राहुल गांधी की लंबी चर्चा
प्रदेश में मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी दावेदारों के साथ लंबी चर्चा की। राहुल के सरकारी निवास पर हुई बैठकों के बीच यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी बारह तुगलक लेन पहुंची। शनिवार दोपहर के वक्त ऐसा लगा कि मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बन गई है, पर कुछ देर बाद दावेदारों में फिर जोर आजमाइश शुरू हो गई। शुरुआत में ताम्रध्वज साहू के नाम पर लगभग सहमति बन गई थी।
कुछ देर बाद फिर प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने अपनी दावेदारी जता दी। इसलिए शनिवार दोपहर दो बजे एक बार सभी नेता कांग्रेस अध्यक्ष के निवास पर पहुंच गए। नए समीकरणों के तहत भूपेश बघेल सबसे आगे चल रहे हैं। पार्टी के एक नेता ने कहा कि प्रदेश में एक मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री भी बनाए जा सकते हैं।