वॉशिंगटन: भारत की लोकप्रिय ई-कॉमर्स वेबसाइट इंडियामार्ट डॉटकॉम और नई दिल्ली के जाने माने पालिका बाजार सहित 5 भारतीय बाजारों को अमेरिका ने कुख्यात बताया है। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) की तरफ जारी दुनिया के कुख्यात बाजारों की ताजा वार्षिक सूची में इन बाजारों को शामिल किया गया है। सूची में शामिल तीन अन्य भारतीय बाजार मुंबई में हीरा पन्ना, कोलकाता में किदरपुर और दिल्ली में टैंक रोड हैं।
क्या गलत हो रहा है भारत के इन 5 बाजारों में?
इन बाजारों पर तमाम तरह की जालसाजी और धोखेबाजी के आरोप हैं। आइए जानते हैं एक-एक के बारे में।
1- ई-कॉमर्स कंपनी इंडियामार्ट- कंपनी खुद को बिजनस से बिजनस को जोड़ने वाली कड़ी के तौर पर दिखाती है। हालांकि, इस वेबसाइट पर ग्राहकों को फर्जी प्रोडक्ट भी खूब बेचे जाते हैं। इस वेबसाइट पर सेलर्स के वेरिफिकेशन और गलत प्रैक्टिस करने वालों पर पेनाल्टी लगाने का अभाव दिखता है।
2- दिल्ली का पालिकाबाजार- दिल्ली का अंडरग्राउंड पालिका बाजार हमेशा से ही डुप्लिकेट प्रोडक्ट के लिए जाना जाता है। जैसे ही आप पालिका बाजार में घुसेंगे आपको मोबाइल एसेसरीज से लेकर कॉस्मेटिक्स, घड़ियां, चश्मे, कपड़े और तमाम चीजें डुप्लिकेट मिल जाएंगी। आपको हर चीज पर ब्रांड का नाम तो दिखेगा, लेकिन असर में वह सब फर्जी होती हैं। हालांकि, ये सारे प्रोडक्ट मिलते भी बहुत ही कम कीमत पर हैं।
3-दिल्ली का टैंक रोड- दिल्ली में एक टैंक रोड नाम का बाजार भी है, जहां पर डुप्लिकेट सामान धड़ल्ले से बिकता है। यहां पर डुप्लिकेट सामान होलसेल में भी सप्लाई किए जाते हैं। यहां से गफूर मार्केट और अजमल खान रोड के भारतीय बाजारों में भी सामान सप्लाई होता है।
4- मुंबई का हीरा पन्ना मार्केट- मुंबई के हीरा पन्ना बाजार में भी फर्जी सामान बिकते हैं। भले ही लोग फर्जी सामान सस्ता होने के चलते खरीद लेते हैं, लेकिन इनके नुकसान भी होते हैं। जैसे फर्जी चश्मों से आंखों को दिक्कत हो सकती है।
5- कोलकाता का किदरपुर बाजार- कुख्यात बाजारों की लिस्ट में कोलकाता का किदरपुर बाजार भी है, जहां पाइरेसी और डुप्लिकेसी खुलेआम हो रही है। लोगों को यह सब पता भी है, लेकिन सस्ते सामान के चलते लोग वहां से शॉपिंग भी खूब करते हैं। वैसे देखा जाए तो जिसके पास पैसे ही बहुत कम हैं, वह ब्रांड की तरफ जाने की सोचेगा भी कैसे।
दुनिया के 42 ऑनलाइन और 35 परंपरागत बाजार शामिल
वर्ष 2021 के लिए बृहस्पतिवार को जारी इस सूची में दुनिया भर के 42 ऑनलाइन और 35 परंपरागत बाजारों को शामिल किया गया है, जो ट्रेडमार्क जालसाजी या कॉपीराइट चोरी में शामिल हैं। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने कहा, “नकली और पायरेटेड सामानों का वैश्विक व्यापार अमेरिकी नवाचार और रचनात्मकता को कमजोर करता है और अमेरिकी श्रमिकों को नुकसान पहुंचाता है।”(साभार एन बी टी)