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कोरोना: छह फीट के घेरे में दस मिनट साथ रहे तभी खतरा ज्यादा

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नई दिल्ली
कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण से सहमे लोगों को ये खबर राहत दे सकती है। एक अध्ययन में सामने आया है कि कोरोना संक्रमित मरीज से छह फुट से ज्यादा नजदीकी पर कम से कम 10 मिनट संपर्क में रहने पर ज्यादा खतरा है। किसी कोरोना संक्रमित के बगल से गुजर जाने या कुछ मिनट के लिए संपर्क में आने भर से ये संक्रमण नहीं होता।

इस तरह फैलता है संक्रमण :प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि छह फुट से कम दूरी पर 10 मिनट से लेकर 30 मिनट तक निरंतर आमने-सामने के संपर्क में रहने से ही कोरोना का संक्रमण फैलता है। ऐसे में किसी सार्वजनिक स्थान पर गुजरते समय होने वाली बातचीत से इसके संक्रमण होने का खतरा न्यूनतम है। इसलिए सभी लोगों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है।

स्वास्थ्यकर्मियों को सिर्फ मास्क से सुरक्षा नहीं:अध्ययन में कहा गया है कि अस्पतालों में जहां इस वायरस के फैलने का खतरा सबसे अधिक है, वहां अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सिर्फ मास्क से नहीं हो सकती। अध्ययन में कहा गया है कि संक्रमित मरीजों की देखभाल करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के लिए मास्क व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरणों (पीपीई) का एक मुख्य घटक है, लेकिन यह तभी कारगर होगा जब अन्य घटक जैसे कि गाउन, दस्ताने और आंखों की सुरक्षा के उपकरण के साथ इस्तेमाल किया जाए।

घबराएं नहीं:अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के डॉक्टर मधुर उनियाल ने कहा कि अध्ययन ने स्पष्ट कर दिया है कि सभी लोगों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है, न ही घबराने की जरूरत है।

अगर आम लोग सामाजिक दूरी बनाए रखते हैं तो संक्रमण का खतरा नहीं है। बेहतर होगा कि लोग आतंकित होकर मास्क ना खरीदें, ताकि सर्वाधिक खतरे का सामना कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को इसे उपलब्ध कराकर सुरक्षित किया जा सके।(साभार लाइव हिंदुस्तान)

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