ग्लासगो. स्कॉटलैंड के ग्लासगो में संपन्न हुए जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में एक 14 साल की भारतीय लड़की का भाषण खूब चर्चा बटोर रहा है. तमिलनाडु की विनिशा उमाशंकर ने क्लाइमेंट चेंज पर कहा कि उसकी पीढ़ी मौजूदा वर्ल्ड लीडर्स ने नाराज और निराश है. क्योंकि दुनिया के नेताओं ने पर्यावरण पर खोखले वादे किए. ‘अर्थशॉट प्राइज’ की फाइनलिस्ट रहीं विनिशा उमाशंकर को प्रिंस विलियम ने क्लाइमेट समिट में बुलाया था. विनिशा ने कहा कि अब बातचीत का नहीं, बल्कि भविष्य के लिए कदम उठाने का वक्त है. विनिशा के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन मौजूद रहे.
विनिशा उमाशंकर ने कहा, ‘आज मैं पूरे सम्मान के साथ कहती हूं कि हम बात करना बंद कर दें और काम करना शुरू करें. हम द अर्थशॉट प्राइज के विजेता और फाइनलिस्ट को हमारे इनोवेशन, परियोजनाओं और समाधानों का समर्थन करने के लिए आपकी जरूरत है. हमें फॉसिल, फ्यूल, धुएं और प्रदूषण पर बनी अर्थव्यवस्था नहीं चाहिए. हमें अब पुरानी बहसों पर सोचना बंद कर देना चाहिए, क्योंकि हमें नए भविष्य के लिए एक नई सोच और नजरिये की जरूरत है. इसलिए आपको अपना समय, पैसा और प्रयास हमारे भविष्य को आकार देने के लिए निवेश करने की जरूरत है.’
विनिशा ने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि आप पुरानी सोच और आदतों को छोड़ देंगे. जब हम आपको हमारे साथ शामिल करने के लिए आमंत्रित करते हैं, तो हम नेतृत्व भी करेंगे. भले ही आप न करें. हम काम करेंगे, भले ही आप देरी करें. हम भविष्य का निर्माण करेंगे, भले ही आप अभी भी अतीत में फंसे हुए हों. कृपया मेरा निमंत्रण स्वीकार करें. मैं आपको विश्वास दिलाती हूं आपको अपने फैसले पर निराशा नहीं होगी.’
विनिशा सौर ऊर्जा से चलने वाली स्ट्रीट आयरनिंग कार्ट (कपड़ों को प्रेस करने के लिए गाड़ी) ने अर्थशॉट प्राइज के फाइनल में पहुंची थी. विनिशा ने कहा, ‘जब जलवायु परिवर्तन की बात आती है, तो इसमें कोई स्टॉप बटन नहीं होता. मैं काम करना चाहती हूं. मैं सिर्फ भारत की लड़की नहीं हूं. बल्कि धरती की लड़की हूं. मैं एक छात्रा, इनोवेटर, पर्यावरणविद और उद्दमी भी हूं. सबसे अहम बात कि मैं एक आशावादी हूं.’(साभार न्यूज़18)