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स्टैचू ऑफ यूनिटी को बनाने वाले मूर्तिकार बनाएंगे अयोध्या में राम की मूर्ति!

सामाजिक

उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में भगवान राम की 151 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाने का ऐलान किया है। इस मूर्ति का निर्माण प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वनजी सुतार कर सकते हैं। राम सुतार ने ही गुजरात में स्थापित दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति 182 मीटर की स्टैचू ऑफ यूनिटी को आकार दिया है।
सूत्रों की मानें तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति लगाने की घोषणा के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे राम सुतार से संपर्क करें। 93 साल के मूर्तिकार सुतार पद्म भूषण से भी सम्मानित हैं। संसद में लगी महात्मा गांधी की मूर्ति भी उन्होंने ही बनाई थी। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के कार्यकाल के दौरान लखनऊ में बनाए गए दलित स्मारक में भी राम सुतार ने ही मूर्तियां डिजाइन की थीं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पर्यटन विभाग मूर्ति के प्रॉजेक्ट को अंतिम रूप देने से पहले कुछ विशेषज्ञों से प्रजेंटेशन ले रहा है। अभी तक सिर्फ इतना ही फाइनल हुआ है कि अयोध्या में मूर्ति लगाई जानी है। डिजाइन फाइनल होने के साथ ही अधिकारी देश के सबसे अच्छे मूर्तिकार से संपर्क करेंगे।
कौन हैं राम सुतार
19 फरवरी 1925 को महाराष्ट्र के धूलिया जिले में एक गरीब बढ़ई परिवार में जन्मे राम सुतार बहुत छोटी उम्र से मूर्तियां गढ़ने लगे थे। इस दौरान महात्मा गांधी को गढ़ना उन्हें विशेष रूप से प्रिय रहा। स्कूल के दिनों में ही उन्होंने सबसे पहले मुस्कुराते चेहरे वाले गांधीजी को उकेरा था।
उनके गुरु श्रीराम कृष्ण जोशी ने उनके सिर पर कला की देवी मां सरस्वती के इस आशीर्वाद को पहचाना और उन्हें मुंबई के सर जे जे स्कूल ऑफ आर्ट में दाखिला लेने के लिए प्रेरित किया। इस स्कूल में राम सबसे आगे रहे और उनकी कला का आकार भी बढ़ने लगा। वहां उन्हें प्रतिष्ठित मायो स्वर्ण पदक दिया गया। उन्हें पत्थर और संगमरमर से बुत तराशने में विशेष रूप से महारत मिली। हालांकि कांस्य में भी उन्होंने कुछ बहुत प्रसिद्ध प्रतिमाएं गढ़ी हैं।
उपलब्धियों से भरा रहा सफर
सरल व्यक्तित्व के मृदुभाषी राम सुतार ने 1950 के दशक में पुरातत्व विभाग के लिए काम किया और अजंता एवं अलोरा की गुफाओं की बहुत सी मूर्तियों को उनके मूल प्रारूप में वापिस लाने का कठिन कार्य किया। बाद में वह कुछ समय सूचना और प्रसारण मंत्रालय से जुड़े और फिर स्वतंत्र रूप से मूर्तियां गढ़ने लगे। कृषि मेले के मुख्य द्वार पर दो मूर्तियों से शुरुआत करने वाले राम सुतार का आगे का सफर उपलब्धियों से भरा रहा।
मूर्तियों का चेहरा और स्वरूप गढ़ने में माहिर राम सुतार ने गंगासागर बांध पर चंबल देवी की 45 फुट ऊंची सुंदर प्रतिमा तराशकर मध्य प्रदेश और राजस्थान राज्यों को उनके दो पुत्रों के रूप में उकेरा। उनकी बनाई महात्मा गांधी की प्रतिमा उनकी सबसे चर्चित कलाकृतियों में से एक है और भारत सरकार ने गांधी शताब्दी समारोहों के अंतर्गत इस प्रतिमा की अनुकृति रूस, ब्रिटेन, मलेशिया, फ्रांस, इटली, अर्जेंटीना, बारबाडोस सहित बहुत से देशों को उपहार स्वरूप दी है।

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