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दुश्मनों को देंगे मुंहतोड़ जवाब, शी जिनपिंग और किम जोंग ने खाई कसम

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प्योंगयांग
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने विदेशी दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए एक साथ कसम खाई है। दोनों नेताओं ने उत्तर कोरिया और चीन के बीच दोस्ती, सहयोग और पारस्परिक सहायता संधि की वर्षगांठ पर संबंधों को ज्यादा मजबूत करने का वादा भी किया। चीन दुनिया के सबसे सीक्रेट देशों में शुमार उत्तर कोरिया का सबसे नजदीकी सहयोगी है।

दोनों देशों के संबंधों की वर्षगांठ पर मिले किम और जिनपिंग

उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एक संदेश में, उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने कहा कि शत्रुतापूर्ण विदेशी ताकतों के सामने उनका रिश्ता महत्वपूर्ण है। इसके जवाब में शी जिनपिंग ने उत्तर कोरिया के साथ चीन के संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का वादा किया। कोरोना वायरस महामारी के कारण इस बार दोनों देशों के संबंधों की वर्षगांठ वाली बैठक वर्चुअल आयोजित की गई।

चीन पर पूरी तरह निर्भर है उत्तर कोरिया
1961 में दोनों के बीच संधि पर हस्ताक्षर करने के बाद से चीन उत्तर कोरिया का एकमात्र प्रमुख सहयोगी देश रहा है। किम जोंग के परमाणु हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम पर लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों ने उत्तर कोरिया को चीन पर पहले से कहीं अधिक निर्भर बना दिया है। अब उत्तर कोरिया में आयात होने वाला 90 फीसदी माल चीन से ही आता है। बाकी का 10 फीसदी दुनियाभर के देशों से आयात किया जाता है।

किम बोले- चीन के साथ सैन्य संबंध भी मजबूत हुए
इस अवसर पर किम जोंग उन ने अपने संदेश में कहा कि हाल के वर्षों में अभूतपूर्व रूप से जटिल अंतरराष्ट्रीय स्थिति के बावजूद उत्तर कोरिया और चीन के बीच कॉमरेडली विश्वास और सैन्य संबंध दिन प्रतिदिन मजबूत होते जा रहे हैं। किम ने कहा कि डीपीआरके और चीन के बीच यह संधि एशिया में समाजवाद और शांति की रक्षा कर रही है, जबकि शत्रुतापूर्ण ताकतें अब हताश हो रही हैं। सरकारी समचार एजेंसी ने इस बातचीत में उत्तर कोरिया को उसके आधिकारिक नाम डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (DPRK) से संबोधित किया।

जिनपिंग ने दोस्ती को मजबूत करने का वादा किया
इस बातचीत में शी जिनपिंग ने कहा कि वह किम जोंग के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करके दोनों देशों के बीच दोस्ती और संबंधों को एक नए स्तर पर लेकर जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे उत्तर कोरिया और चीन के लोगों को अधिक खुशी प्रदान करने की योजना भी बना रहे हैं। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण किम जोंग ने अपने देश की चीन के साथ लगी हुई सीमा को पिछले एक साल से बंद रखा हुआ है।(साभार एन बी टी)

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