नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ‘सिडनी संवाद’ को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों की व्यापक रणनीतिक साझेदारी के लिए भी एक सम्मान है. पीएम मोदी के सिडनी संवाद को संबोधित करने को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने सम्मान की बात बताया है. प्रधानमंत्री भारत में ‘प्रौद्योगिकी विकास और क्रांति’ थीम पर अपने विचार व्यक्त करे रहे हैं.
पीएम मोदी ने गुरुवार को कहा, ‘भारत में पांच अहम बदलाव हो रहे हैं. हम सबसे व्यापक पब्लिक इंफर्मेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं… हम 60 हजार गांवों को जोड़ने की राह पर है.’ उन्होंने कहा, ‘हमने कोविन और आरोग्य सेतु का उपयोग कर तकनीक के इस्तेमाल से भारत में वैक्सीन के 110 करोड़ डोज पहुंचाए हैं.’
पीएम ने कहा कि भारत पहले ही कारोबार जगत को साइबर सुरक्षा से जुड़े समाधान और सेवाएं देने का बड़ा केंद्र है. उन्होंने कहा कि हमने साइबर सुरक्षा में भारत को ग्लोबल हब बनाने के लिए उद्योग के साथ टास्कफोर्स का गठन किया है. उन्होंने कहा, ‘आज की तकनीक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट डेटा है. भारत में हमने डेटा की रक्षा, निजता और सुरक्षा के लिए मजबूत ढांचा तैयार किया है.’
उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र और डिजिटल अगुआ के रूप में भारत साझा समृद्धि और सुरक्षा के लिए साझेदारों के साथ काम करने के लिए तैयार है. भारत की डिजिटल क्रांति की जड़ें हमारे लोकतंत्र, हमारी जनसांख्यिकी और हमारी अर्थव्यवस्था के पैमाने से जुड़ी हुई हैं. इसे हमारे युवाओं के नवाचार और उद्यम ने ताकत दी है.’
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने उद्घाटन भाषण दिया. ‘सिडनी संवाद’ दरअसल राजनेताओं, उद्योग क्षेत्र की हस्तियों और सरकारी प्रमुखों को व्यापक चर्चाएं करने, नए विचार सृजित करने और उभरती एवं महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न अवसरों एवं चुनौतियों की सामान्य समझ विकसित करने की दिशा में काम करने के लिए एक मंच पर लाएगा. ‘सिडनी संवाद’ में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी मुख्य भाषण देंगे.(साभार न्यूज़18)