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जहांगीरपुरी में BJP के बुलडोजर ने केजरीवाल को फंसा दिया!

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नई दिल्ली:जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाओ अभियान से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। सीएम केजरीवाल और आम आदमी पार्टी जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अब तक तटस्थ हैं, लेकिन अब जब आरोपियों के मकानों और दुकानों पर बुल्डोजर चलने लगे हैं तो उन्हें कोई ना कोई पक्ष अपनाना पड़ेगा। उधर, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुसलमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी केजरीवाल पर दबाव बना रहे हैं कि वो अपनी स्थिति स्पष्ट करें।

आप के निशाने पर बीजेपी
दरअसल, सीएम केजरीवाल हनुमान जयंती के जुलूस पर हुए पथराव के बाद इलाके में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने को लेकर बयान जारी करने की औपचारिकता के इतर कुछ कहने से बच रहे हैं। हालांकि, आम आदमी पार्टी यह जताने में जुटी है कि जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपियों में एक अंसार बीजेपी से जुड़ा है। पार्टी दावे पर दावे कर रही है कि बीजेपी शासन में देश में सैकड़ों दंगे हुए हैं क्योंकि दंगों से पार्टी को फायदा होता है।

अब तटस्थ रह पाएगी आप?
आम आदमी पार्टी जहांगीरपुरी सांप्रदायिक हिंसा को लेकर तटस्थ इसलिए रहना चाहती है कि क्योंकि मुस्लिम उसके कोर वोटर हैं। पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाइयों का खुलकर समर्थन नहीं कर सकती है और विरोध करेगी तो बीजेपी हिंदू मतदाताओं के बीच यह प्रचार-प्रसार करेगी कि आप अपराधियों का भी धर्म देखती है। चूंकि दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव जल्द ही होने वाले हैं। ऐसे में आप के लिए उहापोह की बड़ी गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। उसके लिए निगलना या उगलना, दोनों ही काफी कष्टकर हो गया है।

ये हमारा रूटीन का काम है कि जहां अवैध निर्माण और सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण हो, वो जगह हम खाली करवाते हैं। आज भी हम वही काम करने वाले हैं। हमारा यही संदेश है कि लोग सार्वजनिक जमीन को फ्री छोड़ दें।
राजा इकबाल सिंह, मेयर, नॉर्थ MCD
ओवैसी ने बढ़ा दीं केजरीवाल की मुश्किलें
इधर, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केजरीवाल की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। उन्होंने सीएम के मुंह में उंगली डाल दी है कि अब तो तटस्थ रहने से काम नहीं चलेगा। ओवैसी ने कहा कि पुलिस दिल्ली सरकार के अधीन नहीं है, यह कहने से काम नहीं चलने वाला, सरकार के अधीन सार्वजनिक कार्य विभाग (PWD) तो है ही। ओवैसी का कहना है कि बीजेपी आज गरीबों के घरों पर बुल्डोजर चला रही है तो केजरीवाल बहाने बनाकर चुप नहीं रह सकते हैं।
क्या करेगी कांग्रेस?
बहरहाल, दिल्ली की राजनीति के प्रमुख खिलाड़ियों में एक कांग्रेस पार्टी के लिए भी यह परीक्षा की घड़ी है। आखिर कांग्रेस का ऊंट कौन सा करवट लेगा, यह देखना भी दिलचस्प होगा। निश्चित रूप से कांग्रेस आलाकमान के अंदर इस बात पर गहन चिंतन-मनन हो रहा होगा कि आखिर पार्टी जहांगीरपुरी में एक विशेष समुदाय के खिलाफ अतिक्रमण अभियान को लेकर कौन सा स्टैंड ले। वैसे राजनीतिक समीकरणों को देखें तो कांग्रेस के लिए बुल्डोजर का मुखर विरोध करना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि पूरी संभावना है कि केजरीवाल ध्रुवीकरण के डर से स्पष्ट रुख नहीं अपना पाएंगे। ऐसे में आप के मुस्लिम मतदाताओं में मायूसी हो सकती है। अगर कांग्रेस ने उनका खुलकर समर्थन कर दिया तो आप के मुस्लिम समर्थक कांग्रेस की तरफ रुख कर सकते हैं।
पांच आरोपियों पर लगा रासुका
ध्यान रहे कि नॉर्थ एमसीडी ने जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने का फैसला किया है और वहां बुल्डोजर पुंहचने लगे हैं। इसके मद्देनजर स्थानीय लोग अपना सामान हटाने लगे। मेयर राजा इकबाल सिंह का कहना है कि एमसीडी रूटीन वर्क के तहत सरकारी जमीनों से अवैध निर्माण हटा रही है। उधर, दिल्ली पुलिस ने सांप्रदायिक हिंसा मामले के मुख्य आरोपियों में एक अंसार समेत पांच लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) यानी रासुका लगा दिया है।(साभार एन बी टी)

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