मीडिया मुग़ल

कुवैत पहुंची सामाजिक कार्यकर्ता, नौकरी के नाम पर झेलती रही’नरक’

Crime

कुवैत में तीन महीनों तक नरक जैसी जिंदगी गुजारने के बाद मुंबई की रहने वाली सामाजिक कार्यकर्ता मंगलवार को वापस अपने परिवार से मिलीं। कुवैत में रहने के दौरान उन्हें एक भयानक दौर से गुजरना पड़ा। अपनी जिंदगी के ये तीन महीने याद कर अभी भी सायरा शेख कांप जाती हैं।
तीन बच्चों की मां सायरा शेख (38) को सामूहिक विवाह के आयोजन के लिए डोनेशन की तलाश थी तभी वह एक प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक कासिम एस से मिलीं। इसी दौरान कासिम ने सायरा और उनके पति हैदर से पूछा कि क्या वह कुवैत में काम करना पसंद करेंगी।
‘6 सितंबर को पहुंची थी कुवैत’
सायरा बताती हैं, ‘मुझे बताया गया था कि वहां पर कुछ बीमार मरीजों की देखभाल करने से संबंधित नौकरियां हैं। हमें हैदराबाद से कुवैत जाना था।’ वह कहती हैं, ‘जैसे ही जाने की तारीख करीब आई, हमें पता चला कि हैदर का वीजा तैयार नहीं था जबकि मेरे वीजा को कुछ घंटे पहले ही स्वीकृति मिली थी। मैं भारत की रहने वाली कई अन्य महिलाओं के साथ 6 सितंबर को कुवैत पहुंची। वहां पर हमें अली नाम का एजेंट मिला और उसने कहा कि वह हमारे दस्तावेजों पर काम करेगा।’
‘सफाई, खाना बनाना और करना पड़ता था ये काम’
एजेंट ने सायरा शेख को अरब परिवार की घरेलू काम में मदद के लिए उनकी हवेली पर भेज दिया। तकरीबन एक महीने तक सायरा ने वहीं पर काम किया। वह बताती हैं, ‘वहां पर लगभग 25 लोग थे और दर्जन भर से ज्यादा कमरे थे। मुझे वहां पर खाना बनाना पड़ता था, सफाई करनी होती थी और यहां तक कि झाड़ू वगैरह आदि सभी काम मैं ही करती थी। यह सारा काम सुबह तकरीबन 6 बजे शुरू होता और बिना किसी ब्रेक के रात 11 बजे तक करना पड़ता।’ सायरा का पासपोर्ट भी उनके पास नहीं था। सायरा जहां पर रहती थीं, वहां पर उन्होंने कुछ फोन कॉल करने का अनुरोध कर अली से संपर्क किया। उन्होंने अली से कहा कि उनसे इस तरह का काम करने का वादा नहीं किया गया था।
‘न तो मैं वहां की भाषा जानती थी और न मेरे पास पैसे थे’
अली ने सायरा के मालिक से उनका पूरा वेतन ले लिया और फिर उन्हें अपने घर ले गया। अगले 22 दिनों तक सायरा को अली के घर पर काम करने के लिए मजबूर किया गया, जब उन्होंने इस बात का विरोध करते हुए कुछ तस्वीरें ले लीं तो उनके साथ मारपीट तक की नौबत आ गई। उन्हें घर छोड़ने की इजाजत नहीं थी। यही नहीं, सायरा से उनका फोन भी छीन लिया गया था। सायरा का आरोप है कि कई बार उन्हें नशीला पेय पदार्थ भी दिया गया, जिसकी वजह से वह बेहोश हो जाती थीं। कुछ दिनों बाद जब सायरा मदद के लिए काम करने को राजी हो गईं तो अली ने उनके लिए एक अन्य अरब परिवार में नई नौकरी तलाश दी। वह बताती हैं, ‘अबकी बार मैं जहां काम करने पहुंची थीं, वहां पर मेरे साथ मारपीट तो नहीं की जाती थी लेकिन कई घंटों तक मुश्किलों से भरा काम करना पड़ता था। हर रोज मैं मकान की छत पर जाती और वहां से बच निकलने के रास्तों के बारे में सोचने लगती। लेकिन मैं न तो वहां की स्थानीय भाषा जानती थी और न ही वहां की स्थानीय नकदी मेरे पास थी।’
‘कुवैत के कानून की वजह से घर में दाखिल होना नहीं था संभव’
वहां से बच निकलने की तमाम कोशिशों के बीच वह एक रोज मुंबई में अपने पति को कॉल करने में सफल रहीं। इसके बाद हैदर (सायरा के पति) ने सांताक्रूज स्थित हार्मोनी फाउंडेशन से संपर्क किया। हार्मोनी फाउंडेशन के चेयरपर्सन अब्राहम मथाई ने बताया, ‘मैं विदेश मंत्रालय के संपर्क में आया और उन्होंने कुवैत स्थित भारतीय दूतावास में मुझे रखा। लेकिन कुवैत का कानून दूतावास को एक निजी व्यक्ति के घर में दाखिल होने की इजाजत देने से रोकता है, भले ही वह भारतीय नागरिक को बचाने के लिए ही क्यों न हो।’ मथाई ने सायरा से किसी तरीके से बातचीत की और उनसे कहा कि यदि उन्हें बचना है तो उन्हें अरब परिवार के घर से भागना होगा और अपनी सुरक्षा के लिए दूतावास पहुंचना होगा।
‘मेरे पास कोई दस्तावेज नहीं था, मैं बहुत घबरा गई थी’
सायरा शेख, 2 दिसंबर को अपने मालिक के घर से भाग निकलीं और एक टैक्सी में सवार हो गईं। वह बताती हैं, ‘मैं बहुत डरी हुई थी क्योंकि मेरे पास कोई भी दस्तावेज नहीं था। गाड़ी का ड्राइवर एक अच्छा शख्स निकला, उसने मुझसे पैसे नहीं लिए। जैसे ही मैं दूतावास पहुंची, मैंने देखा कि मेरी ही तरह स्थितियों से जूझ रहीं तकरीबन 60 महिलाएं पहले से वहां पर मौजूद थीं। दूतावास ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की और अली पकड़ा गया। उसका पुराना रेकॉर्ड खंगाला गया, पता चला कि उस पर पहले से चार शिकायतें हैं। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। उसके द्वारा दी गई सूचना के आधार पर अधिकारियों ने मेरा पासपोर्ट हासिल किया।’ तमाम मुश्किलों को झेलने के बाद सायरा शेख तीन महीने बाद मंगलवार को अपने परिवार से मिलीं।

Related posts

युवक के साथ आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने पर छात्रा ने की खुदकुशी

10 राज्यों में केस, धोखे से 2 शादियां, डॉक्टर बनकर मौज काट रहे महाठग

sayyed ameen

नरसिंहानंद के खिलाफ 3 FIR दर्ज, महिलाओं पर की थी अभद्र टिप्पणी

sayyed ameen