प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए गैस कनेक्शन में लाभार्थी अपना गैस सिलेंडर बदल सकते हैं। उन्हें अपना 14 किलो का गैस सिलेंडर भरवाने में दिक्कत हो रही है, तो वे इसकी जगह पांच किलो का सिलेंडर भी बुक कर सकते हैं। क्योंकि, पांच किलो के सिलेंडर के दाम आम घरेलू गैस सिलेंडर के मुकाबले एक तिहाई हैं।
उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए गैस कनेक्शन और सिलेंडर का लाभार्थी अधिक से अधिक इस्तेमाल करे, इसके लिए सरकार ने बड़े गैस सिलेंडर के बजाय पांच किलो का सिलेंडर देने की पहल की है। पांच किलो के सिलेंडर पर भी सरकार सब्सिडी देगी। घरेलू उपभोक्ता को सरकार एक साल में सब्सिडी पर 14.2 किलो के 12 सिलेंडर देती है। ऐसे में लाभार्थी सब्सिडी दाम पर एक वर्ष में पांच-पांच किलो के 34 सिलेंडर खरीद सकते हैं।
पेट्रोलियम मंत्रालय का कहना है कि एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 942 रुपये प्रति सिलेंडर है। कई परिवार एक मुश्त यह राशि नहीं जुटा पाते, इसलिए वह एलपीजी सिलेंडर रिफिल नहीं कराते हैं। जबकि पांच किलो के सिलेंडर की कीमत 342 रुपये प्रति सिलेंडर है। इस पर 154 रुपये प्रति सिलेंडर की सब्सिडी है।
कम खपत से बढ़ी चिंता
उज्ज्वला गैस कनेक्शन के 80 फीसदी लाभार्थियों ने एक साल में औसतन चार एलपीजी सिलेंडर रिफिल कराए हैं। बाकी बीस फीसदी का औसत और भी कम हैं। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर औसतन एक उपभोक्ता एक वर्ष में आठ सिलेंडर रिफिल कराता है।
देनी होती पूरी कीमत
उज्ज्वला सहित सभी एलपीजी गैस उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर की पूरी कीमत देनी होती है। इसके बाद सब्सिडी उपभोक्ता के खाते में आती है। 14.2 किलो के गैस सिलेंडर पर फिलहाल सरकार 435 रुपये सब्सिडी देती है। वहीं, पांच किलो के सिलेंडर पर 154 सब्सिडी है।