मीडिया मुग़ल

इस मामले पर मोदी सरकार के समर्थन में उतरी कांग्रेस

Breaking News

नई दिल्ली

कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में मतदान से दूर रहने के केंद्र सरकार के रुख का समर्थन किया। सूत्रों ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। कहा जा रहा है कि विदेश मामलों पर संसद की एक सलाहकार समिति की विदेश मंत्रालय में हुई बैठक के समय विपक्ष ने मोदी सरकार का समर्थन किया।

यूक्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों के बीच विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने संसदीय समिति को जानकारी दी। उन्होंने निकासी प्रक्रिया और वर्तमान स्थिति के बारे में सूचित किया। सूत्रों ने कहा, “कांग्रेस नेताओं ने यूएनजीए में मतदान से दूर रहने के सरकार के रुख का समर्थन किया।” बता दें कि भारत ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के खिलाफ हुई वोटिंग में हिस्सा लेने से परहेज किया।

जयशंकर की अध्यक्षता में मंत्रालय की परामर्श समिति की बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, शशि थरूर, आनंद शर्मा, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी, राजद के प्रेमचंद्र गुप्ता, भाजपा के जी वी एन नरसिंह राव आदि ने हिस्सा लिया। इसमें विदेश मंत्री जयशंकर के अलावा मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद थे।

बैठक में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने यूक्रेन की स्थिति और वहां से भारतीयों को वापस लाने के सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। जयशंकर ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘यूक्रेन के घटनाक्रम पर विदेश मंत्रालय की परामर्श समिति की बैठक अभी समाप्त हुई। इस मुद्दे से जुड़े रणनीतिक और मानवीय आयामों पर अच्छी चर्चा हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यूक्रेन से सभी भारतीयों को वापस लाने के प्रयास के पक्ष में मजबूत एवं सर्वसम्मत संदेश।’’

बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, ‘‘ यूक्रेन के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय से संबंधित परामर्श समिति की बैठक हुई। समग्र जानकारी और हमारे सवालों एवं चिंताओं का सटीक जवाब देने के लिए एस जयशंकर और उनके साथियों को धन्यवाद करता हूं। यही भावना है जिस पर विदेश नीति चलनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ छह राजनीतिक दलों के नौ सांसदों ने बैठक में हिस्सा लिया। कांग्रेस से राहुल गांधी, आंनद शर्मा और मैं इसमें शामिल हुए। सौहार्दपूर्ण माहौल में खुलकर चर्चा हुई।’’

बता दें कि भारत सरकार यूक्रेन से अपने नागरिक को निकालने के लिए अपने प्रयास तेज कर रही है। ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत विशेष उड़ानों की व्यवस्था की गई है। इस बीच, सलाह जारी होने के बाद से कुल 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन की सीमा छोड़ चुके हैं और यूक्रेन में फंसे शेष छात्रों को निकालने की सुविधा के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत उड़ानें बढ़ा दी गई हैं। यूक्रेन छोड़ने वाले छात्रों में कुछ ऐसे भारतीय भी शामिल हैं जिन्होंने पहले कीव में भारतीय दूतावास में पंजीकरण नहीं कराया था।(साभार लाइव हिन्दुस्तान)

Related posts

चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी में भारत-जापान-ऑस्‍ट्रेलिया

sayyed ameen

यह युद्ध का समय नहीं… पीएम मोदी के बयान की UN में गूंज

sayyed ameen

अगले साल से एसी 24 डिग्री पर ही चलेंगे,केंद्र सरकार बिजली बचाने पर सख्त